अलसाना
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अलसाना क्रि॰ अ॰ [सं॰ अलस] आलस्य में पड़ना । क्लांत होना । शिथिलता अनुभव करना । उ॰—(क) बल मोहन दोऊ अल— साने ।-सूर॰, १० ।२३० । (ख) कबहुँ नैन अलसात जानि कै, जल लै पुनि धोवति ।—सूर॰, १० ।२४९८ ।
अलसाना क्रि॰ अ॰ [सं॰ अलस] आलस्य में पड़ना । क्लांत होना । शिथिलता अनुभव करना । उ॰—(क) बल मोहन दोऊ अल— साने ।-सूर॰, १० ।२३० । (ख) कबहुँ नैन अलसात जानि कै, जल लै पुनि धोवति ।—सूर॰, १० ।२४९८ ।