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अलोना

विक्षनरी से

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अलोना वि॰ [सं॰ अलवण] [वि॰ स्त्री॰ अलोनी]

१. बिना नमक का । जिसमें नमक न पड़ा हो । उ॰—कीरति कुल करतूति भूति भलि सील सरूप सलोने । तुलसी प्रभु अनुराग रहित जस सालन साग अलोने ।—तुलसी ग्रं॰, पृ॰ ५४६ ।

२. जिसमें नमक न खाया जाय;जैसे—'रविवार को बहुत लोग अलोना व्रत रखते हैं' ।

३. फीका । स्वादरहित । बेमजा । उ॰— केसोदास बोले बिन, बोल के सुने बिना हू हिलन मिलन बिना मोह क्यों सरतु है । कौ लग अलोनो रूप प्याय प्याय राखौं नैन, नीर बिना मीन कैसे धीरज धरतु है ।—केशव (शब्द॰) ।