अवचय
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अवचय संज्ञा पुं॰ [सं॰] चुनकर इकट्ठा करना । फुल या फल तोड़कर बटोरना । उ॰—नया नया उल्लास कुसुम अवचय का मन में उठता था ।—प्रेम॰, पृ॰ १७ ।
अवचय संज्ञा पुं॰ [सं॰] चुनकर इकट्ठा करना । फुल या फल तोड़कर बटोरना । उ॰—नया नया उल्लास कुसुम अवचय का मन में उठता था ।—प्रेम॰, पृ॰ १७ ।