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अवज्ञा

विक्षनरी से

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अवज्ञा संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ अवज्ञात, श्रवज्ञेय]

१. अपमान । आना- दर ।

२. आज्ञा का उल्लंघन । आज्ञा न मानना । अवहेला ।

३. पराजय । हार ।

४. वह काव्यालंकार जिसमें एक वस्तु के गुण या दोष से दूसरी वस्तु का गुण या दोष न प्राप्त करना दिख- लाया जाय; जैसे, —करि बेदांन विचार हू शठहि विराग न होय । रंच न मृदु मेनाक भो निशि दिन जल में सोय ।— (शब्द॰) ।