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अवली

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अवली पु संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अवलि]

१. पंक्ति । पाँति । उ॰— मानौ प्रगट कंज पर मंजुल अलि अवली फिऱि आई ।—सूर॰, १० ।१०८ ।

२. समुह । झुड़ । उ॰— मन रंजन खंजन की अवली नित आँगन आय न ड़ोलती है ।—केशव (शब्द॰) ।

३. वह अन्न की ड़ाँठ जो नवान्न करने के लिये थेत से पहले पहल काटी जाती है ।

४. रोआँ या ऊन जो गड़रिया एक बार भेड़ पर से काटता है ।

अवली संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] पंत्कि । श्रेणी । कतार ।

२. वह युत्कि या विधि जिसके द्वारा बिस्वे की उपज का अंदाज होता है । जैसे, बिस्वे की उपज के सेर का आधा करने से बीघे की उपज का मन निकलता है ।