अवस्था
अर्थ
यह एक रूप को दर्शाता है। उदाहरण के लिए जल के तीन रूप हैं, गैस में भाप, तरल में पानी, कठोर में बर्फ।
उदाहरण
- इसकी बहुत दयनीय अवस्था है।
- क्या आपको पता है, जल कितने अवस्थाओं में पाया जाता है।
संधि
निद्रा + अवस्था = निद्रावस्था (नींद में सोते समय की अवस्था को कहते हैं।)
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अवस्था संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. दशा । हालत । उ॰— सुनता हूँ परम भट्टारक की अवस्था अत्यंत शोचनीय है ।- स्कंद॰, पृ॰ ३२ ।
२. समय । काल । उ॰— मरन अवस्था कौं नृप जानै । तौ हू धरै न मन में ज्ञानै ।- सूर॰, ४ ।१२ ।
३. आयु । उम्र ।
४. स्थिति । उ॰— 'भाव के इस प्रकार प्रकृतिस्थ हो जाने की अवस्था को हम शील दशा कहेंगे' ।- रस॰, पृ॰ १८३ ।
५. वेदांत दर्शन के अनुसार मनुष्य की चार अवस्थाएँ- जागृत, स्वप्न, सुषुप्ति और तुरीय ।
६. स्मृति के अनुसार मनुष्य जीवन की आठ अवस्थाएँ- कौमार, पौगंड, कैशौर, यौवन, बाल, तरूण, वृद्ध और वर्षीयान् ।
७. सांख्य के अनुसार पदार्थों की तीन अवस्थाएँ-अनागतावस्था, व्यक्ताभिव्यक्तावस्था और तिरोभाव ।
८. निरूक्त ते अनुसार छह प्रकार की अनस्थाएँ- जन्म, स्थिति, वर्धन, विपरिणमन, अपक्षय और नाश ।
९. कामशास्त्रानुसार दस अवस्थाएँ- अभिलाष, चिंता, स्मृति, गुण- कथन, उद्धेग, संलाप, उन्माद, व्यधि, जडता और मरण । १०, जैनशास्त्रानुसार लाभ की प्राप्ति के पूर्व की स्थिति । यह पाँच प्रकार की है— व्यक्त, अव्यक्त, जप, आदान और निष्ठा ।
११. योनि । भग (को॰) । १२, आकृति । रूप [को॰] । यौ॰— अवस्यांतर = एक अवस्था से दूसरी अवस्था को पहुँचना । हालत का बदलना । दशापरिवर्तन । अवस्थाद्वय= सुख और दु:ख जीवन की दो अवस्थाएँ ।