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अवस्था

विक्षनरी से

अर्थ

यह एक रूप को दर्शाता है। उदाहरण के लिए जल के तीन रूप हैं, गैस में भाप, तरल में पानी, कठोर में बर्फ।

उदाहरण

  1. इसकी बहुत दयनीय अवस्था है।
  2. क्या आपको पता है, जल कितने अवस्थाओं में पाया जाता है।

संधि

निद्रा + अवस्था = निद्रावस्था (नींद में सोते समय की अवस्था को कहते हैं।)

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अवस्था संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. दशा । हालत । उ॰— सुनता हूँ परम भट्टारक की अवस्था अत्यंत शोचनीय है ।- स्कंद॰, पृ॰ ३२ ।

२. समय । काल । उ॰— मरन अवस्था कौं नृप जानै । तौ हू धरै न मन में ज्ञानै ।- सूर॰, ४ ।१२ ।

३. आयु । उम्र ।

४. स्थिति । उ॰— 'भाव के इस प्रकार प्रकृतिस्थ हो जाने की अवस्था को हम शील दशा कहेंगे' ।- रस॰, पृ॰ १८३ ।

५. वेदांत दर्शन के अनुसार मनुष्य की चार अवस्थाएँ- जागृत, स्वप्न, सुषुप्ति और तुरीय ।

६. स्मृति के अनुसार मनुष्य जीवन की आठ अवस्थाएँ- कौमार, पौगंड, कैशौर, यौवन, बाल, तरूण, वृद्ध और वर्षीयान् ।

७. सांख्य के अनुसार पदार्थों की तीन अवस्थाएँ-अनागतावस्था, व्यक्ताभिव्यक्तावस्था और तिरोभाव ।

८. निरूक्त ते अनुसार छह प्रकार की अनस्थाएँ- जन्म, स्थिति, वर्धन, विपरिणमन, अपक्षय और नाश ।

९. कामशास्त्रानुसार दस अवस्थाएँ- अभिलाष, चिंता, स्मृति, गुण- कथन, उद्धेग, संलाप, उन्माद, व्यधि, जडता और मरण । १०, जैनशास्त्रानुसार लाभ की प्राप्ति के पूर्व की स्थिति । यह पाँच प्रकार की है— व्यक्त, अव्यक्त, जप, आदान और निष्ठा ।

११. योनि । भग (को॰) । १२, आकृति । रूप [को॰] । यौ॰— अवस्यांतर = एक अवस्था से दूसरी अवस्था को पहुँचना । हालत का बदलना । दशापरिवर्तन । अवस्थाद्वय= सुख और दु:ख जीवन की दो अवस्थाएँ ।