अविनश्वर

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अविनश्वर वि॰ [सं॰] जो नष्ट न हो । जो बिगड़े नहीं । विरस्थायी । शाश्वत । उ॰—दर्शन से जीवन पर बरसे अविनश्वर स्वर ।— अपरा, पृ॰ १८९ ।