अविनीत
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अविनीत वि॰ [सं॰] [वि॰ स्त्री॰ अवनीता]
१. जो विनीत न हो । उद्धत । उ॰— जो, मेरी है सृष्टि उसी से भीत रहूँ मै, क्या अधिकार नहीं कि कभी अविनीत रहूँ मैं । —कामायनी, पृ॰ १९० ।
अविनीत वि॰ [सं॰] [वि॰ स्त्री॰ अवनीता]
१. जो विनीत न हो । उद्धत । उ॰— जो, मेरी है सृष्टि उसी से भीत रहूँ मै, क्या अधिकार नहीं कि कभी अविनीत रहूँ मैं । —कामायनी, पृ॰ १९० ।