अविरल

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अविरल वि॰ [सं॰]

१. जो विरल या भिन्न न हो । मिला हुआ ।

२. घना । अव्यवच्छिन्न । सघन । उ॰—अचल अनिकेत अविरल अनामय अनारंभ अंबोदनादघ्न बंधो ।-तुलसी ग्रं॰ पृ॰ ४८७ । यौ.—अविरलधारसार=अनवरत होनेवाली मूसलाधार वृष्टि ।