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अविरुद्ध

विक्षनरी से

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अविरुद्ध वि॰ [सं॰]

१. जो विरुद्ध न हो । अप्रतिकूल । उ॰— स्थायी दशा को विरुद्ध या अविरुद्ध कोई भाव संचारी रूप में आकर तिरोहित नहीं कर सकता ।- रस॰, पृ॰ १८२ ।

२. अनुकूल । मुवाफिक । उ॰— प्रजा आज और सोचती जो अब तक अविरुद्ध रही ।— कामायानी, पृ॰ १७५ ।