अव्यय

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अव्यय ^१ वि॰ [सं॰]

१. जो विकार को प्राप्त न हो । सदा एकरस रहनेवाला । अक्षय ।

२. नित्य । आदि-अंत-रहित ।

३. परिणाम- रहित । विकार-रहित ।

४. प्रवाहरूप से सदा रहनेवाला ।

अव्यय ^२ संज्ञा पुं॰

१. व्याकरण में वह जिसका सब लिंगो, सब विभक्तियों और सब वचनों में समान रूप से प्रयोग हो ।

२. परब्रह्म ।

३. शिव ।

४. विष्णु ।

५. कुशल क्षेम [को॰] ।

६. समृद्धि [को॰] ।