अव्रण

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अव्रण ^१ वि॰ [सं॰] जो क्षत न हो । बिना घाव का । जो घाव से खराब न हुआ हो [को॰]

अव्रण ^२ संज्ञा पुं॰ दे॰ 'अव्रणशुक्र' [को॰] ।