अश्क
आंसू, अश्रु, लोर ।
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अश्क संज्ञा पुं॰ [फा॰] अश्रु । आँसू । उ॰—कल जो टुक रोया किसी की याद में वह गुलबदन । अश्क थे आँखों में या मोती कुचलकर भर दिए ।—कविता कौ॰, भा॰४, पृ॰ ३३२ ।
आंसू, अश्रु, लोर ।
अश्क संज्ञा पुं॰ [फा॰] अश्रु । आँसू । उ॰—कल जो टुक रोया किसी की याद में वह गुलबदन । अश्क थे आँखों में या मोती कुचलकर भर दिए ।—कविता कौ॰, भा॰४, पृ॰ ३३२ ।