असंख्य वि॰ [सं॰ असङ्ख्य] जिसकी गिनती न हो सके । अनगिनत । बेशुमार । बहुत अधिक । उ॰—लहरें व्योम चूमती उठती, चपलाएँ असंख्य नचतीं । —कामायनी, पृ॰ १६ ।