अस्तर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

अस्तर संज्ञा पुं॰ [फा॰, प्रि॰ सं॰ आ+स्तृ आच्छादन, तह या आस्तर ]

१. नीचे की तह या पल्ला । भितल्ला । उपल्ले के नीचे का पल्ला ।

२. दोहरे कपड़े में नीचे का कपड़ा ।

३. नीचे ऊपर रखकर सिले हुए दो चमड़ों में से नीचेवाला चमड़ा ।

४. वह चंदन का तेल जिसपर भिन्न भिन्न सुगंधों का आरोप करके अतर बनाया जाता है । जमीन ।

५. वह कपड़ा जिसे स्त्रीयाँ बारीक साड़ी के नीचे लगाकर पहनती हैं । अँतरौटा । अंतरपट ।

६. नीचे का रंग जिसपर दूसरा रंग चढ़ाया जाता है ।

७. खच्चर [को॰] ।