अस्मिता
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
अस्मिता संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. योगशास्त्र के अनुसार पाँच प्रकार के क्लेशों में से एक । द्रक, द्रष्टा और दर्शन शक्ति को एक मानना या पुरुष (आत्मा) और बुद्धि में अभेद मानना ।
२. अहंकार । सांख्य में इसको मोह और वेदांत में हृदयग्रंथि कहते हैं ।