अस्मिता संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] १. योगशास्त्र के अनुसार पाँच प्रकार के क्लेशों में से एक । द्रक, द्रष्टा और दर्शन शक्ति को एक मानना या पुरुष (आत्मा) और बुद्धि में अभेद मानना ।२. अहंकार । सांख्य में इसको मोह और वेदांत में हृदयग्रंथि कहते हैं ।