अह
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]अह ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ अहन्]
१. दिन ।
२. विष्णु ।
३. सूर्य ।
४. दिन का अभिमानी देवता ।
५. आकाश [को॰] ।
६. एक दिन का काम [को॰] ।
७. रात्रि [को॰] ।
८. किसी ग्रंथ का वह अंश जो एक दिन के लिये निश्चित हो [को॰] । यौ॰.— अहिलिश = दिन रात । लगातर । अहपति = सूर्य । अह— मुर्ख= उषाकाल । अहर्ह:= दिन दिन ।
अह ^२ अव्य [सं॰ अहह] एक अव्यय संबोधन । आश्चर्य खेद और क्लेश अदि में इसका प्रयोग होता हैं; जैसे — अह ! तुमने बड़ी मूर्खता की (शब्द॰) ।