अहे ^१ संज्ञा पुं॰ [देश॰] एक पेड़ जिसकी भूरी लकड़ी मकानों में लगती है तथा हल और गाड़ी आदि बनाने के काम में आती है ।
अहे ^२ अव्य(सं॰) १. दे॰ 'हे' । २. खेद, अलगाव या निंदा का वाचक [को॰] ।