आँखड़ी † संज्ञा पुं॰ [ हिं॰ आँख + डी(प्रत्य॰)] आँख । उ॰—(क) आँखडियाँ झाँई परी पंथ निहारि निहारि, जीभडियाँ छाला परयो, राम पुकारि पुकारि । —कबीर (शब्द॰) । (ख) मुझे पुकारे ताना मारे, भर आएँ आँखडियाँ ।—ठंडा॰, पृ॰२० ।