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आँस

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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आँस ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ काश— क्षत, हि॰ गाँस] संवेदना । दर्द ।

आँस ^२पु संज्ञा पुं॰ [हि॰] दे॰ ' अंश' । उ॰— बिछुरत सुंदर अधर तै, रहत न जिहि धट साँस । मुरली सम पाई न हम प्रेम प्रीति को आँस । —स॰ सप्तक, पृ॰ १८७ ।

आँस ^३ पुं॰ † संज्ञा पुं॰[ सं॰ अस्त्र] आँसू । उ॰ —रूप रस पीवत अघात ना हुते तब सोई अब आँस ह्वै उबरि गिरिबो करै ।— रत्नाकर , भा॰ १, पृ॰ १२१ ।

आँस ^४ १ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अंशु प्रा॰ अंसु]

१. सुतली । डोरी ।

२. रेशा ।