आकाशजल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

आकाशजल संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. वह जल जो ऊपर से बरसे । मेह का पानी । विशेष—मघा नक्षत्र में लोग बरसे हुए पानी को बरततों में भर कर रख लेते हैं । यह औषध के काम आता है ।

२. ओस ।