आकाशजल संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. वह जल जो ऊपर से बरसे । मेह का पानी । विशेष—मघा नक्षत्र में लोग बरसे हुए पानी को बरततों में भर कर रख लेते हैं । यह औषध के काम आता है । २. ओस ।