आजा संज्ञा पुं॰ [सं॰ आर्यक, प्रा, अज्जश्र] [स्त्री॰ आजी] पितामह । दादा । बाप का बाप । उ॰—आजा को घर अमर है बेटा के सिर भार । तीन लोक नाती ठगा, पंडित करौ विचार ।— कबीर (शब्द॰) ।