आजु पु क्रि, वि॰, संज्ञा पुं॰ [हिं॰ आजु] दे॰ 'आज' । उ॰—(क) आजु अनरसेहि भोर के, पय पियत न नीके ।-तुलसी ग्रं॰, पृ॰ २७४ । (ख) बहुत काल मैं कीन्हि मजूरी । आजु दीन्ह बिधि बनि भलि भूरी ।—मानस, २ ।१०२ ।