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आज्य

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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आज्य संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. घृत । घी । उ॰—नौकरशाही दे चुकी, भारत तुझे स्वराज्य । डाल न आशा आग में असहयोग का आज्य । —शंकर॰, पृ॰ २०६ ।

२. (व्यापक भाव में) घृत की जगह तेल, दूध आदि हवनीय पदार्थ [को॰] ।

३. प्रात:कालिक होत्र के मंत्र [को॰] ।

४. वह सूक्त जिसमें उक्त मंत्र है [को॰] । यौ॰—आज्यग्रह, आज्यधानी=घृतपात्र । आज्यदोह । आज्यप= घृत पीनेवाला । आज्यपा । आज्यभाग । आज्यभुक् । आज्यस्थाली ।