सामग्री पर जाएँ

आढ़त

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

आढ़त संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ आड़ना=जमानत देना]

१. किसी अन्य व्यापारी का माल रखकर कुछ कमीशन लेकर उसकी बिक्री करा देने का व्यवसाय ।

२. वह स्थान जहाँ आढ़त का माल रहता हो ।

३. वह धन जो बिक्री कराने के बदले मिलता है ।