आत संज्ञा पुं॰ [सं॰ आतु] शरीफा । सीताफल । उ॰—दिखा रहा था तरु वृंद में खड़ा स्व आततायीपन, पेड़ आत का ।—प्रिय॰ प्र॰ २०५ ।