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आफत

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

आफत संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ आफत]

१. आपत्ति । विपत्ति । बला ।

२. कष्ट । दु:ख । मुसीबत ।

३. दु:ख का समय । मुसीबत का दिन । क्रि॰ प्र॰—आना । —उठना । —उठाना । —टूटना । —डालना ।—तोड़ना । —पड़ना । —मचाना । —लाना । —सहना । मुहा॰— आफस उठाना= (१) दु:ख सहना । विपत्ति भोगना । जैसे,— (क) धर्म के पीछे प्रताप को बडी़ बडी़ आफत उठानी पड़ी । (ख) तुम्ह्मरे ही लिये हमने इतनी आफत उठाई । (२) ऊधम मचाना । हलचल मचाना । जैसे,— डाकुओं ने चारों ओर आफत उठा रखी है । आफत का टुकडा = दे॰ 'आफत का परकाल' । आफत का परकाल = (१) किसी काम को बडी़ तेजी से करनेवाला । पटु । कुशल । (२) अटूट प्रयत्न करन्वाला । घोर उघोगी । आकाश पाताल एक करनेवाला । (३) हलचल मचानेवाला । ऊधम मचानेवाला । उपद्रवी । आफत का मारा = (१) विपत्ति से सताया हुआ । दुर्दैव से प्रेरित । जैसे,— आफत का मारा एक पथिक उस झाड़ी के पास आ पहुँचा दिसमें शेर बैठा था । (२) विपद्- ग्रस्त । संकट में पडा़ हुआ । मुसीबतजदा । जैसे,— आफत के मारे हाम आपके दरवाजे आ पहुँचे हैं, कुछ दया हो जाय । आफत ढाना = (१) आफत उठाना । ऊधम मचाना । उपद्रव मचाना । हलचल मचाना । जैसे,— थोडी़ सी बात के लिये तुम आफत ढा देते हो । (२) तकलीफ देना । दु:ख पहुँचाना । जैसे,— वह जहाँ जाता है, आफत ढाता है (३) गजब करना । अनहोनी बात कहना । ऐसी बात कहना जो कभी हूई न हो । जैसे,— क्या आफत ढाते हो ? नित्य चक्कर लगाने की कौन कहे मैं तो उधर महीनों से नहीं गया हूँ । आफत तोड़ना = आफत मचाना । ऊधम मचाना । उपद्रव मचाना । जैसे,— मूर्ख लड़को दिन रात घर पर आफत तोडे़ रहते हैं । आफत मचाना = (१) हलचल करना । ऊदम मचाना । दंग करना । जैसे,— बदमाशों ने सडक पर आफत मचा रखी है । (२) शोर मचाना । गुल गपाडा़ करना । जैसे,— तुह्मारा बच्चा दिन रात आफत मचाए रहता है । (३) जल्दी मचाना । उतावली करना । जैसे,— क्यों आफत मचाए हो, थोडी़ देर में चलते हां । आफत मोल लेना = दे॰ 'आफत सिर पर लेना' । आफत सिर पर लाना या लेना= (१) झगडा मोल लेना । झंझट में पड़ना । जैसे,—