आरजू

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

आरजू संज्ञा स्त्री॰ [फा॰] इच्छा । वांछा । जैसे,—(क) मुझे बहुत दिनों से उनके मिलने की आरजू है । (ख) बहुत दिनों के बाद मेरी आरजू पूरी हुई । यौ॰.—आरजूमंद । मुहा॰—आरजू बर आना=इच्छा पूरी होना । आशा पूरना । जैसे,—बहुत दिनों से आशा थी, आज मेरी आरजू बर आई । आरजू मिटाना=इच्छा पूरी करना । जैसे,—तुम भी अपनी आरजू मिटा लो ।

२. अनुनय । विनय । विनती ।