आरसा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

आरसा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ रस्सा]

१. रस्सा । जैसे,—बोए का आरसा=वह रस्सा जिसमें लंगड़ का बोया बँधा रहता है ।

२. रस्से की मुद्धी जिसमें कोई चीज बाँधकर लटकाई या उठाई जाय । गाँठ ।