आवध

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

आवध पुं॰ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ आयुध] दे॰ 'आयुध' । उ॰— (क) दादू सोधी नहीं सरीर की कहै अगम की बात । जान कहावै बापुड़, आवधली लिये हाथ । — दादू बानी, पृ॰ २२ । (ख)मनों आवधं वज्जि जौ वज्र वद्ररं । पृ रा॰, २ ।१०१ ।