आवर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

आवर पुं॰ अव्य॰[सं॰ अपर] और । उ॰— सखी सिखाइ केंदला गई । आवर मंदिर ठाढी़ भई । — माधवा॰, पृ॰१९७ ।