आस्तीन
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
आस्तीन संज्ञा स्त्री॰ [फा॰] पहनने के कपड़े का वह भाग जो बाँह के ढ़ँकता है । बाहीं । मुहा॰—आस्तीन का साँप = वह व्यक्ति जो मित्र होकर शत्रुता करे । ऐसा संगी जो प्रकट में हिला मिला हो और हृदय से शत्रु हो । आस्तीन चढाना = (१) कोई काम करने के लिये मुस्तैद होना । (२) लड़ने के लिये तैयार होना । आस्तीन में साँप पालना = शत्रु या अशुभचिंतक को अपने पास रखकर उसका पोषण करना ।