आस्पद

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

आस्पद संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. स्थान । उ॰—कोटि बार आश्चर्य का आस्पद है । —श्यामा॰, पृ॰ ७१ ।

२. कार्य । कृत्य ।

३. पद । प्रतिष्ठा ।

४. अल्ल । वंश । कुल । जाति । जैसे,—आप कौन आस्पद है ।

५. कुंड़ली में दसावाँ स्थान ।