आहरण

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

आहरण संज्ञा पुं॰ [सं॰] [ वि॰ आहरणीय; कर्तृ॰ आहती]

१. छीनना ल । हर लेना ।

२. किसी पदार्थ की एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना । स्थानांतरित करना ।

३. ग्रहण । लेना ।

४. विवाह के अवसर पर वधू को उपहारुप में देय धन [को॰] ।