इँचना पु क्रि॰ अ॰ [हिं॰ खिंचना] किसी ओर आकर्षित होना खिंचना । उ॰—(क) भौंहनु त्रासति मुँह नटति आँखिनु सौं लपटातु । ऐंचि छुड़ावति कर इँची आगैं आवति जाति ।— बिहारी र॰, दो॰ ६८३ । (ख) आवति आँख इँची खिंची भौंह भयो भ्रम आवतु है मति यापै ।—रघुनाथ (शब्द॰) ।