इंतहा संज्ञा पुं॰ [अं॰] १. समाप्ति । अंत । उ॰— इब्तिदा में ही मर गए सब यार । इशक की कौन इंतहा लाया । —कविता कौ॰ भा॰, ४ पृ॰ १३३ । २. हद । पराकाष्ठा । मुहा॰—हंतहा करना = हद कर देना । अति कर देना । यौ॰.—इंतहापसंद = अति को पसंद करनेवाला । अतिवादी ।