इकहाइ
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]इकहाइ पु, इकहाई पु क्रि॰ वि॰ [हिं॰, एक+हाई (प्रत्य॰))]
१. एक साथ । फोरन ।उ॰—(क) यह सुनी रनिन के बदन भे प्रसत्र हरखाई । ज्यों सूरज के उदय ते खिलत कमल इकहाई ।— (शब्द॰) । (क) सीत भीत हरषदि तें उठै रोम इकहाइ । ताहि कहत रोमांच है सुकबीन के समुदाई । पद्माकर ग्रं॰,पृ॰ १६८ ।
२. एकदम । अचानक ।