इमरती
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]इमरती संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अमृत] एक मिठाई । विशेष—उर्द की फेटी हुई महीन पीठी और चौरेठे को तीन चार तह कपड़े में, जिसके बीच एक छोटा सा छेग रहता है, रखकर खोलतचे हुए घी की तई में घुमा घुमाकर टपकाते है, जिससे कंगन के आकार की बत्तियाँ बनती जाती है । घी में तल लेने पर इनको चीनी के शीरे में डुबाते हैं ।