इशरत संज्ञा स्त्री॰ [अ॰] सुख । चैन । आराम । भोग विलास । उ॰—फिर वह चर्चे हों फिर वही बातें । दिन हों इशपत के, ऐश की रातें ।—शेर॰, भा॰ १, पृ॰ ३७७ । यौ॰—ऐश व इशरत ।