ईड्य वि॰ [सं॰] पूज्य । स्तुति के योग्य ।-प्रशंसित ।उ॰—अहो ईडच नव घन तन स्याम । तडि़दिव पीत बसन अभिराम । नंद ग्रं॰, पृ॰ २३८ ।