ईर्य़ासमिति संज्ञा पुं॰ [ सं॰ ] जैनमतानुसार साढे़ तीन हाथ तक आगे देखकर चलने का नियम । यह नियम इस कारण रखा गया है कि जिसमें आगे पड़नेवाले कीडे़ फतिंगे दिखाई पडें ।