उअना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]उअना पु क्रि॰ अ॰ [हिं॰ उगना] उदय होना । उगना । उ॰— (क) फूले कुमुद सेत उजियारे । मानहुँ उए गनन महँ तारे ।—जायसी ग्रं॰, पृ॰ १३ । (ख) प्राची दिसि ससि उयेउ सुहावा । सिय मुख सरिस देखि सुख पावा ।— मानस, १ ।२३७ । (ग) उयौ सरद—राका—ससी, करति क्यों न चित चेतु । मनौ मदन छितिपाल कौ छाँहगीरु छबि देतु ।— बिहारी र॰, दो॰ २३१ ।