उकिरना पु क्रि॰ अ॰ [सं॰ उत्कीर्ण] उभड़ना । ऊपर होना । उ॰—रस सरस कुच कहि चंद । उर उकिर आनँद कंद । ।— पृ॰ रा॰, १४ ।१५२ ।