उकुरू संज्ञा पुं॰, [हिं॰] द॰ 'उकुड़ूँ' । उ॰—झूलत पाट की डोरी गहे पटुली पर बैठन ज्यौं उकुरू की ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ १; पृ॰ ३९१ ।