उगाना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
उगाना ^१ क्रि॰ स॰ [हिं॰ उगना]
१. जनाना । अंकुरित करना । (पौधा या अन्न आदि) उत्पन्न करना ।
२. उदय करना । प्रकट करना । उ॰—ज्यों जल मधि सों लहिर उगाई, तिमि परमातम आतम आई ।—कबीर सा॰, पृ॰ १००० ।
उगाना ^२ † क्रि॰ स॰ [सं॰ उदघात प्रां॰ उगघाअ] मारने के लिये कोई वस्तु उठाना । तानना । उआना ।