उच्चरना पु क्रि॰ स॰ [सं॰ उच्चरण] उच्चारण करना । बोलना । उ॰—बेदमंत्र मुनिवर उच्चरहीं । जय जय जय संकर सुर करहीं ।—मानस, १ । १०१ ।