उढ़काना क्रि॰ स॰ [हिं॰ उढ़कना] किसी के सहारे खड़ा करना । जैसे, —हल को दीवार से उढ़काकर रख दो । उ॰—असमसान की भूमि तें गुरु को घर लै आय । गिरदा में उढ़काय कै देत भये बैठाय । —रघुराज (शब्द॰) ।