उतर पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ उत्तर] दे॰ 'उत्तर' । उ॰—(क) उतर देत छौड़ौं बिनु मारे, केवल कौसिक सील तुम्हारे । —मानस, २ ।२७५ । (ख) पुनि धनि कनक पानि मसि माँगी, उतर लिखत भीजी तन आँगी । —जायसी ग्रं॰ पृ॰ ९९ ।