उत्तरोत्तर क्रि॰ वि॰ [सं॰] आगे आगे । एक के पीछे एक । एक के अनंतर दूसरा । क्रमशः लगातार । दीनों दिन ।
उत्तरोत्तर वृद्धि होना । उ॰—गोधूलि गझिनाय । प्रेमघन॰, पृ॰ ८१७ ।