उदंड ^१पु वि॰ [सं॰ उद्दयण्ड] दे॰ 'उद्दंड़' । उ॰—है बलभार उदंड भरे हरि के भुजदंड सहातक मेरे :—इतिहास, पृ॰ २४३ ।
उदंड ^२ वि॰ स्त्री॰ [सं॰ उदण्ड] अनेक अंडे देनेवाली । जैसे, मत्स्य, सर्प आदि [को॰] ।